नई दिल्ली. Delhi Assembly Electiom: कांग्रेस पार्टी ने दिल्ली को एक ‘स्वर्णिम दिल्ली’ बनाने के अपने संकल्प को पुनः दोहराया और पार्टी के घोषणापत्र को एक ठोस प्रतिज्ञा बताया, जिसे सिर्फ चुनावी वादा नहीं, बल्कि दिल्लीवासियों के हर सपने को पूरा करने के लिए प्रतिबद्धता के रूप में देखा जाना चाहिए। प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान पार्टी के नेताओं ने कई अहम मुद्दों पर अपनी योजनाओं की जानकारी दी और आम जनता से इन वादों को पूरा करने की शपथ ली।
स्वर्णिम दिल्ली के लक्ष्य पर जोर
कांग्रेस नेताओं ने खासतौर पर दिल्ली के वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने, स्वच्छ पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने, दिल्ली को कूड़ा मुक्त बनाने, यमुना नदी की सफाई करने और राजधानी को स्वर्णिम बनाने के लिए अपनी योजनाओं पर बात की। इसके साथ ही उन्होंने गरीबों, दलितों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों, पिछड़े वर्गों और पूर्वांचल के लोगों के अधिकारों की रक्षा करने का वादा किया।
कांग्रेस ने किए प्रमुख वादे
- महिलाओं के खातों में 2,500 रुपये प्रति माह डाले जाएंगे।
- 25 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज उपलब्ध कराया जाएगा।
- युवाओं के लिए पहली नौकरी की गारंटी।
- 300 यूनिट बिजली मुफ्त प्रदान की जाएगी।
- महंगाई से राहत देने के उपाय।
- 500 रुपये में गैस सिलेंडर की सुविधा और राशन किट देने का वादा।
भ्रष्टाचार पर कांग्रेस का हमला
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने आरोप लगाया कि दिल्ली की जनता आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के भ्रष्टाचार से तंग आ चुकी है और अब वह कांग्रेस के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा, “आज हमें ऐसा लग रहा है कि दिल्ली के लोग कांग्रेस के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। दिल्ली की जनता का प्यार और आशीर्वाद हमें कांग्रेस के लिए मजबूत सरकार बनाने का विश्वास दिलाता है।” उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के शासन में शीला दीक्षित ने दिल्ली को एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का शहर बनाया था, जबकि पिछले 10 वर्षों में यह स्वर्णिम काल समाप्त हो चुका है। शीला दीक्षित के कार्यकाल को याद करते हुए देवेंद्र यादव ने कहा, “कांग्रेस की सरकार में बुजुर्गों को पेंशन मिलती थी, बच्चों के लिए स्कॉलरशिप उपलब्ध होती थी, और 100 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाती थी। अब समय आ गया है कि कांग्रेस की सरकार दिल्ली में फिर से लौटे।”
संदीप दीक्षित का आरोप: केजरीवाल सरकार पर सवाल
नयी दिल्ली से कांग्रेस उम्मीदवार संदीप दीक्षित ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला करते हुए कहा, “केजरीवाल ने शिक्षा और स्वास्थ्य के मामले में बड़े-बड़े दावे किए, लेकिन जब हमने सवाल पूछे तो कोई जवाब नहीं मिला।” उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान स्कूलों के निर्माण में जो गुणवत्ता थी, वह आप सरकार के मुकाबले कहीं बेहतर थी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस ने 150 स्कूल बनाए, जबकि आप सरकार ने सिर्फ 11 स्कूल ही बना पाई। संदीप दीक्षित ने आरोप लगाया कि आप सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र में कोई ठोस कदम नहीं उठाया। “आप के मोहल्ला क्लीनिकों का दावा, जो टीकाकरण के लिए भी सक्षम नहीं थे, वह एक विश्व स्तरीय स्वास्थ्य प्रणाली की बात कैसे कर सकते हैं?”
उदित राज का तीखा बयान: केजरीवाल पर दलित विरोधी होने का आरोप
पूर्व सांसद उदित राज ने केजरीवाल सरकार पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा, “हम डॉ. अंबेडकर की मूर्ति लेकर केजरीवाल के घर गए थे, लेकिन उन्होंने उसे लेने से मना कर दिया।” उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री की ‘तीर्थ यात्रा योजना’ में महू, रविदास स्थली और दीक्षाभूमि जैसे बहुजनों के प्रमुख स्थल शामिल नहीं हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार ने बाबा साहेब की 22 प्रतिज्ञाओं का पालन करने वाली मंत्री को बर्खास्त कर दिया था। “केजरीवाल को बाबा साहेब की तस्वीर दिखाने से पहले उनके आदर्शों का पालन करना चाहिए। वे दलितों के खिलाफ हैं,” उदित राज ने कहा।
कांग्रेस का संकल्प: दिल्ली की जनता को एक नई दिशा देना
कांग्रेस पार्टी ने यह स्पष्ट किया कि उसका उद्देश्य दिल्ली की जनता को एक नई दिशा देना है और अपने घोषणापत्र के माध्यम से उन सभी मुद्दों पर काम करना है, जो लोगों के जीवन को बेहतर बना सकें। पार्टी का कहना है कि दिल्ली की जनता कांग्रेस के साथ है और आगामी चुनाव में पार्टी दिल्ली को फिर से एक सशक्त और समृद्ध राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
