
वॉशिंगटन, डीसी. Donald Trump: अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के बाद, डोनाल्ड ट्रंप ने जैसे ही व्हाइट हाउस में कदम रखा, वैसे ही उन्होंने कई महत्वपूर्ण फैसले लेने शुरू कर दिए। अपने पहले एक्जीक्यूटिव आदेशों में, उन्होंने पेरिस जलवायु समझौते से अमेरिका को बाहर करने की घोषणा की और सरकारी भर्तियों पर तत्काल रोक लगा दी। इसके साथ ही, उन्होंने बाइडन प्रशासन के 78 निर्णयों को पलटते हुए एक नई दिशा में कदम बढ़ाया।
पेरिस जलवायु समझौते से अमेरिका की निकासी – एक और बड़ा कदम
2017 में, ट्रंप प्रशासन ने पेरिस जलवायु समझौते से अमेरिका को बाहर कर दिया था, और अब एक बार फिर वह इस फैसले पर अडिग दिखाई दिए। यह समझौता 200 देशों के बीच हुआ था, जिसका लक्ष्य ग्लोबल वार्मिंग को 2 डिग्री सेल्सियस से नीचे रखना था। हालांकि, यह समझौता कानूनी रूप से बाध्यकारी नहीं था, लेकिन देशों ने स्वेच्छा से इसमें भाग लिया था। ट्रंप का यह कदम फिर से अमेरिका को वैश्विक जलवायु नीतियों से बाहर करने का इरादा जताता है।
‘MAGA’ के झंडे तले – ट्रंप का राजनीतिक महाकाव्य
ट्रंप ने अपनी पहली सार्वजनिक टिप्पणी में अपने “Make America Great Again” (MAGA) आंदोलन को दुनिया का सबसे सफल राजनीतिक अभियान करार दिया। उनका दावा था कि यह आंदोलन न केवल अमेरिका, बल्कि पूरी दुनिया में सबसे प्रभावशाली साबित हुआ है। उन्होंने कहा, “MAGA अब तक का सबसे प्रभावशाली और सफल राजनीतिक आंदोलन है। हम अभी शुरुआत में हैं, लंबा सफर तय करना है।”
स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति के अधिकार की रक्षा – ट्रंप का नया कदम
ट्रंप ने अमेरिकी सरकार से अपील की कि वह स्वतंत्रता की रक्षा करे और भविष्य में किसी भी प्रकार की सेंसरशिप को रोकने के लिए कदम उठाए। साथ ही, उन्होंने यह आदेश दिया कि उनके राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ सरकारी संसाधनों का उपयोग नहीं किया जाएगा, जो उनके पूर्व प्रशासन के खिलाफ राजनीतिक हमला करने की कोशिश कर रहे थे। ट्रंप के इस निर्णय ने स्पष्ट रूप से यह दिखा दिया कि वह अमेरिका में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को सर्वोपरि मानते हैं।
“स्वर्णिम युग” की शुरुआत – ट्रंप का उद्घाटन भाषण
ट्रंप ने अपने उद्घाटन भाषण में अमेरिका को एक नया दृष्टिकोण दिया। उन्होंने इसे “स्वर्णिम युग” के रूप में संबोधित किया और इसे अमेरिका के “उद्धार दिवस” के रूप में मनाने का ऐलान किया। इस भाषण में उन्होंने अमेरिकी नागरिकों को एकजुट होकर एक नया भविष्य बनाने का आह्वान किया, जो उनके दृष्टिकोण में अमेरिका को फिर से एक वैश्विक शक्ति के रूप में स्थापित करेगा।
राष्ट्रपति बनने के बाद की सक्रियता – ट्रंप का तेज कदम
शपथ ग्रहण के बाद, ट्रंप ने तुरंत अपने प्रशासन में बदलाव की प्रक्रिया शुरू कर दी। ओवल ऑफिस में बैठते ही, उन्होंने कई महत्वपूर्ण एक्जीक्यूटिव आदेशों पर हस्ताक्षर किए। इस फैसले के साथ ही वह सरकार की कार्यप्रणाली और विदेश नीति को फिर से अपने अनुसार ढालने की कोशिश में जुट गए हैं।
आने वाला समय – ट्रंप की रणनीतियां
इन फैसलों से यह स्पष्ट है कि डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के लिए एक नई दिशा में चलने का इरादा रखते हैं। उनके द्वारा उठाए गए कदम अमेरिकी राजनीति और विदेश नीति में बदलाव का संकेत देते हैं, और यह आने वाले समय में देखने योग्य होगा कि इन निर्णयों का प्रभाव वैश्विक स्तर पर क्या होता है।
ट्रंप की राष्ट्रपति बनने के बाद की यह पहली बड़ी गतिविधि न केवल उनके समर्थकों के लिए बल्कि दुनिया भर के राजनीतिक विश्लेषकों के लिए भी एक दिलचस्प विषय बन चुकी है। अब सवाल यह उठता है कि क्या वह अपने पहले कार्यकाल में की गई नीतियों को फिर से मजबूत करेंगे या नए दृष्टिकोण से अमेरिका को एक नई दिशा देंगे?
