
Donald Trump: डोनाल्ड ट्रंप ने 20 जनवरी 2025 को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली और आते ही एक बड़ा कदम उठाया। ट्रंप ने अपनी पहली घोषणा में अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर “राष्ट्रीय आपातकाल” घोषित किया, जिसका उद्देश्य सीमा सुरक्षा को सख्त करना और अवैध प्रवासन पर काबू पाना है। यह फैसला ट्रंप के चुनावी प्रचार का अहम हिस्सा था और उनके समर्थकों के बीच इसने भारी उत्साह का संचार किया।
ट्रंप का उद्घाटन भाषण: एक नए युग की शुरुआत
राष्ट्रपति बनने के बाद अपने पहले संबोधन में ट्रंप ने अमेरिकी जनता को यह विश्वास दिलाया कि देश एक नए युग में प्रवेश कर चुका है। ट्रंप ने कहा, “आज से अमेरिका का गोल्डन एज़ शुरू हो चुका है”, और यह भी जोड़ा कि अमेरिका अब पूरी दुनिया में ‘ईर्ष्या’ का केंद्र बनेगा। ट्रंप ने यह भी कहा कि उनका नेतृत्व अमेरिका को महान बनाएगा और इसके लिए उन्होंने खुद को “भगवान द्वारा बचाए जाने” का उल्लेख किया, जो उनके ऊपर हुए हमले से जुड़ा था।
ऊर्जा संकट पर ऐतिहासिक निर्णय और आर्थिक दृष्टिकोण
ट्रंप ने शपथ ग्रहण के बाद “राष्ट्रीय ऊर्जा आपातकाल” की भी घोषणा की, जिसके तहत अमेरिकी तेल कंपनियों को अपनी गतिविधियां बढ़ाने का लाइसेंस मिलेगा। उनका उद्देश्य था कि अमेरिका अपनी ऊर्जा जरूरतों को खुद पूरा करने की दिशा में और अधिक कदम बढ़ाए। ट्रंप ने अमेरिका को ऊर्जा के मामले में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में यह कदम उठाया है, जिससे तेल और गैस उत्पादन में तेजी आएगी।
आर्थिक नीतियां और अमेरिका की मजबूती
ट्रंप का यह कदम सिर्फ सुरक्षा के लिहाज से नहीं बल्कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था को लेकर भी महत्वपूर्ण था। उन्होंने अपनी नीतियों के माध्यम से अमेरिकी कंपनियों को विदेशी प्रतिस्पर्धा से बचाने और नए रोजगार के अवसर पैदा करने का संकल्प लिया। ट्रंप का दावा था कि उनकी सरकार देश को फिर से आर्थिक ताकत बनाएगी और इसका प्रभाव वैश्विक स्तर पर भी महसूस किया जाएगा।
विरोध और आलोचनाएं: ट्रंप का मार्ग आसान नहीं होगा
हालांकि, ट्रंप के इन फैसलों को लेकर आलोचनाएँ भी उठने लगीं हैं। उनके खिलाफ विपक्षी दल और कुछ राजनीतिक विश्लेषक उनकी नीतियों और विचारों पर सवाल उठा रहे हैं। अमेरिका में राजनीतिक और सामाजिक विभाजन की स्थिति को लेकर चिंताएँ व्यक्त की जा रही हैं, लेकिन ट्रंप के समर्थकों का मानना है कि उनके नेतृत्व में अमेरिका एक नई दिशा में बढ़ेगा। आने वाले समय में यह साफ होगा कि क्या ट्रंप अपनी नीतियों से अमेरिकी समाज और राजनीति में सकारात्मक बदलाव ला पाते हैं या नहीं।
अमेरिकी राजनीति का नया अध्याय
ट्रंप का राष्ट्रपति बनने के बाद उठाया गया यह पहला कदम यह संकेत देता है कि अमेरिका अब एक नए और चुनौतीपूर्ण रास्ते पर आगे बढ़ने जा रहा है। उनका नेतृत्व, जो पहले से ही बहस का विषय बना हुआ था, आने वाले दिनों में देश की राजनीति और समाज को एक नए मोड़ पर ले सकता है।
आज से देश का स्वर्णिम युग शुरू
शपथग्रहण के बाद, ट्रंप ने अमेरिका को संबोधित करते हुए कहा कि आज से देश का स्वर्णिम युग शुरू हो रहा है। इस दिन के बाद, अमेरिका दुनिया भर में चमकेगा और हर राष्ट्र में जलन का कारण बनेगा। उन्होंने घोषणा की कि उनके प्रशासन के प्रत्येक दिन में ‘अमेरिका फर्स्ट’ की नीति पर काम किया जाएगा, और हमारी स्वतंत्रता और न्याय प्रणाली हमेशा बनाए रखी जाएगी। अमेरिका एक समृद्ध और स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में उभरेगा, और जल्द ही बेहतर स्थिति में होगा।ट्रप ने कहा कि हमारी सरकार किसी को भी देश का लाभ नहीं उठाने देगी। सुरक्षा को पुनः मजबूत किया जाएगा, और न्याय मंत्रालय में पक्षपात और हिंसा को समाप्त किया जाएगा। उनका उद्देश्य एक महान, शक्तिशाली और समृद्ध राष्ट्र बनाना है।
आगामी चुनौतियों का ईमानदारी से सामना करना होगा
उन्होंने यह भी कहा कि वे राष्ट्रपति के रूप में फिर से लौटे हैं और अमेरिका के पास यह अवसर फिर से प्राप्त करने का मौका है, लेकिन हमें आगामी चुनौतियों का ईमानदारी से सामना करना होगा। उनका मानना था कि देश एक विश्वास संकट से गुजर रहा है, जहां कई सालों तक एक भ्रष्ट सरकार ने नागरिकों से उनका अधिकार और संपत्ति छीनने की कोशिश की।
