FBI chief: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को संघीय जांच ब्यूरो (FBI) के निदेशक पद के लिए अपने विश्वासपात्र काश पटेल को नामित किया है। इस नियुक्ति के साथ काश पटेल, अमेरिका में सबसे ऊंची रैंक के भारतीय अमेरिकी बनेंगे। ट्रंप ने यह भी घोषणा की कि न्यूयॉर्क के रियल एस्टेट डेवलपर चार्ल्स कुशनर को वह फ्रांस में अमेरिका का राजदूत नियुक्त करेंगे।
ट्रंप ने किया काश पटेल की नियुक्ति का ऐलान
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया मंच ‘ट्रुथ सोशल’ पर लिखा, “मुझे यह घोषणा करते हुए गर्व महसूस हो रहा है कि काश पटेल FBI के अगले निदेशक के रूप में काम करेंगे। काश एक बेहतरीन वकील, जांचकर्ता और ‘अमेरिका को प्राथमिका देने वाले’ योद्धा हैं, जिन्होंने अपने करियर के दौरान भ्रष्टाचार को उजागर किया और न्याय तथा अमेरिका के लोगों की रक्षा की।”
इस नियुक्ति के साथ काश पटेल की राजनीतिक और प्रशासनिक यात्रा में एक और बड़ा कदम जोड़ा गया है। वह ट्रंप प्रशासन के दौरान कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं, और अब FBI के निदेशक के रूप में अमेरिकी सुरक्षा और न्याय व्यवस्था के महत्वपूर्ण संस्थान की कमान संभालेंगे।
ट्रंप के करीबी सहयोगी रहे हैं काश पटेल
काश पटेल (44) ने 2017 में, डोनाल्ड ट्रंप के पहले कार्यकाल के अंतिम कुछ महीनों में, अमेरिका के कार्यवाहक रक्षा मंत्री के चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में काम किया था। इसके अलावा, वह राष्ट्रीय खुफिया विभाग में उप निदेशक और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में आतंकवाद रोधी विभाग के वरिष्ठ निदेशक भी रह चुके हैं। ट्रंप ने कहा, “काश ने मेरे पहले कार्यकाल के दौरान शानदार काम किया। इस दौरान उन्होंने अदालत में प्रशासन की तरफ से पैरवी की और 60 से अधिक सुनवाई में भाग लिया।”
काश पटेल का भारतीय अमेरिकी पहचान और परिवार
काश पटेल का जन्म 25 फरवरी 1980 को न्यूयॉर्क में हुआ था। उनका गुजरात से गहरा संबंध है। हालांकि उनकी मां का संबंध पूर्वी अफ्रीका के तंजानिया से है और पिता युगांडा से हैं। उनके माता-पिता 1970 में कनाडा से अमेरिका आए थे। एक साक्षात्कार में काश पटेल ने पीटीआई से कहा था, “हम गुजराती हैं।” काश पटेल ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा रिचमंड विश्वविद्यालय से प्राप्त की और इसके बाद पेस यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ लॉ से ज्यूरिस डॉक्टर की डिग्री प्राप्त की।
FBI के मुखर आलोचक रहे हैं काश पटेल
काश पटेल ने हमेशा FBI के खिलाफ अपने विचार रखे हैं। वह एजेंसी की खुफिया जानकारी जुटाने की भूमिका पर सवाल उठाते रहे हैं और उन कर्मचारियों को हटाने की मांग कर चुके हैं जो ट्रंप के एजेंडे का समर्थन करने से इनकार करते हैं। इसके चलते उनके नामांकन को सीनेट डेमोक्रेट्स और कुछ रिपब्लिकन से विरोध का सामना करना पड़ सकता है। ये विरोध उनके एफबीआई के प्रति विचार और ट्रंप के प्रति वफादारी के कारण हो सकता है।
चार्ल्स कुशनर को फ्रांस में अमेरिकी राजदूत नियुक्त किया
ट्रंप ने साथ ही यह भी घोषणा की कि उन्होंने चार्ल्स कुशनर, जो उनके दामाद जेरेड कुशनर के पिता हैं, को फ्रांस में अमेरिका का राजदूत नियुक्त किया है। ट्रंप ने कुशनर के बारे में कहा, “चार्ल्स कुशनर एक बेहतरीन कारोबारी नेता और परोपकारी हैं, जो हमारे देश और उसके हितों के लिए काम करेंगे।”
काश पटेल की राजनीतिक और प्रशासनिक यात्रा
काश पटेल की नियुक्ति एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटना मानी जा रही है। उनके कार्यकाल के दौरान, उन्होंने कई महत्वपूर्ण प्रशासनिक पदों पर काम किया और अब FBI के निदेशक के रूप में अपनी नई जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगे। उनकी इस नियुक्ति से यह भी संकेत मिलता है कि डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में भारतीय अमेरिकी समुदाय की स्थिति और प्रभाव बढ़ेगा। हालांकि, काश पटेल का FBI के प्रति आलोचनात्मक रुख और उनकी नियुक्ति से जुड़े विवाद, इस नियुक्ति को और अधिक दिलचस्प बना सकते हैं।
