बेरूत. Israeli drone attack: शनिवार को लेबनान के पूर्वी बेका घाटी स्थित अल-शारा इलाके में इज़रायली ड्रोन हमले ने एक भयानक मोड़ लिया, जब इस हमले में छह लोगों की मौत हो गई और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। सरकारी राष्ट्रीय समाचार एजेंसी (एनएनए) ने इस हमले की पुष्टि करते हुए बताया कि यह हमला क्षेत्र में बढ़ते तनाव के बीच हुआ।
इज़रायली वायुसेना की गतिविधियाँ
इज़रायली वायुसेना ने इस हमले के दौरान दक्षिणी लेबनान के ऊपर ऊंची उड़ानें भरते हुए अपनी सैन्य गतिविधियों को और बढ़ा दिया। एनएनए के मुताबिक, इज़रायली सेना ने दक्षिणी लेबनान के सीमा क्षेत्र में स्थित अदैसेह गांव में भी विस्फोट अभियान चलाया। इस दौरान, कई नागरिकों और पत्रकारों को बारूदी सुरंगों के बारे में चेतावनी दी गई, जो इज़रायली सैनिकों द्वारा इलाके में छोड़ी गई थीं।
बारूदी सुरंगों के खतरे के संकेत
इज़रायली सेना द्वारा छोड़ी गई बारूदी सुरंगों ने लेबनान के पश्चिमी और मध्य दक्षिणी हिस्सों में स्थिति को और जटिल बना दिया। इन सुरंगों को नागरिकों को निशाना बनाने के लिए खतरनाक रूप से जाल में बदल दिया गया था, जिससे इलाके में रहने वाले लोग भयभीत हो गए थे। कई नगरपालिकाओं ने नागरिकों को इन विस्फोटक सामग्री के खतरे से सचेत किया।
हिज़्बुल्लाह पर इज़रायली हमले का बयान
कुछ घंटों बाद, इज़रायली सेना ने बयान जारी किया कि उसकी वायुसेना ने बेका घाटी में हिज़्बुल्लाह के ठिकानों पर हमला किया है। यह हमलावर कार्रवाई इज़रायली सेना द्वारा हिज़्बुल्लाह के खिलाफ चलाए जा रहे सैन्य अभियानों का हिस्सा बताई जा रही है।
क्षेत्रीय तनाव में वृद्धि
इस हमले और उसके बाद की घटनाओं ने लेबनान के लिए एक और संकट उत्पन्न कर दिया है, जहां इज़रायली हमलों और हिज़्बुल्लाह के खिलाफ सैन्य अभियान के कारण तनाव लगातार बढ़ रहा है। नागरिकों की सुरक्षा को लेकर चिंता का माहौल बना हुआ है, और इस संकट के समाधान के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय की ओर से हस्तक्षेप की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
