
जयपुर. Illegal Mining Update: खान विभाग की ओर से प्रदेश में अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई का दौर जारी है। विभाग की टीमों ने अवैध खनन गतिविधियों के खिलाफ नागौर में एक साथ अलग-अलग स्थानों पर अब तक की सबसे बड़ी और ताबड़तोड़ कार्रवाई कर अवैध खननकर्ताओं पर 70 करोड़ 37 लाख का जुर्माना लगाया है। इसके साथ ही संबंधित थानों में 3 एफआईआर दर्ज कराई है। विभाग को गोपनीय तरीके से प्राप्त सूचना के आधार पर निदेशक खान दीपक तंवर ने मुख्यालय उदयपुर से गोपनीय तरीके से अधिकारियों की अलग-अलग टीम गठित कर संबंधित स्थानों पर एक साथ कार्रवाई के लिए भेजी। खास बात यह रही कि टीम के सदस्यों को भी कार्रवाई स्थल की पूर्व में जानकारी नहीं दी और इसका परिणाम यह रहा कि अवैध खनन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई संभव हो पाई। गौरतलब है कि राज्य सरकार अवैध खनन गतिविधियों के खिलाफ सख्तकार्रवाई की पक्षधर रही है और फील्ड अधिकारियों को अवैध खनन गतिविधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए जाते रहे हैं।
लीज में मिला कै्रशर, रवन्नाओं का दुरुपयोग
विभाग द्वारा बनाई गई विशेष टीम द्वारा पूर्ण गोपनीयता बरतते हुये नागौर जिले में अवैध खनन के विरूद्व आकस्मिक कार्यवाई करते हुए श्रीराम केमिकल्स के लाईमस्टोन के खनन पट्टा संख्या 67/2001 की जांच करने पर लीज क्षेत्र के अन्दर क्रैशर मिला जिसके द्वारा रवन्नाओं के दुरूपयोग कर लगभग 3,32,177 टन खनिज का निर्गमन पाए जाने पर 48 करोड 16 लाख की शास्ती आरोपित की गई। इसी प्रकार भावण्डा के समीप एक अवैध खनन पिट में लगभग 19 हजार 900 टन खनिज चूना पत्थर का अवैध खनन कर निर्गमित किया हुआ पाया गया। जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि यह अवैध खनन रामकिशोर दातोड द्वारा करवाया जा रहा है एवं यह अवैध पिट उनके मकान के सम्मुख ही लगभग 5 से 15 मीटर की दूरी पर पाया गया। विशेष जांच दल द्वारा अवैध खनन का पंचनामा बनाया जाकर रू. 14.48 करोड की शास्ती लगाई गई। अवैध खननकत्र्ता रामकिशोर दोतड एवं खातेदार रामजीवन के विरूद्व भावण्डा पुलिस थाने में प्रथम सूचना रिपोर्ट संख्या 30/2025 दर्ज करवाई गई।
दो नामजद एफआईआर दर्ज कराई
खान विभाग के एक अन्य दल द्वारा गंगवाना क्षेत्र में एक चूने के भट्टा श्री शिवम लाईम प्रोडक्ट प्रो. सुमेर सिंह उदावत के भट्टा क्षेत्र में लगभग 550 टन खनिज लाईमस्टोन मिलने पर रेकार्ड मांगने पर खनिज स्वयं के खनन पट्टा संख्या 31/2002 एवं एक अन्य खनन पट्टा 30/2002 से खनिज प्राप्त किया जाना बतलाया गया जिस पर जांच दल द्वारा उक्त दोनों खनन पट्टों का निरीक्षण करने पर खनन पट्टा संख्या 31/2002 में लगभग 16,632 टन खनन पट्टा क्षेत्र से बाहर अवैध खनन किया जाना प्रमाणित होने पर अवैध खनन की शास्ती राशि रू. 2.41 करोड आरोपित की गई एवं अन्य खनन पट्टा संख्या 30/2002 में भी अवैध खनन लगभग 24,884 टन अवैध खनन लीज क्षेत्र के बाहर पाया जाने पर शास्ती राशि रू. 3 करोड़ 61 लाख रु. आरोपित की गई। जांच दल द्वारा संबंधित थाने में अवैध खननकत्र्ता सुमेर सिंह एवं ललित ब्यास के विरूद्व नामजद दो एफआईआर संबधित पुलिस थाने में दर्ज करवाई जा रही है।
टीम ने खनन पट्टों की भी जांच की
एक अन्य कार्रवाई में जांच दल द्वारा टाडावास में मैसर्स धीरज केमिकल स्टोन में अवैध खनिज चुनाई पत्थर लगभग 3,120 टन पाया जाने पर 11 लाख 12 हजार रु. की शास्ती आरोपित की गई एवं इनके द्वारा खनिज तरूणू स्थित खनन पट्टा संख्या 15/2004 से लाना दर्शाने पर खनन पट्टे के निरीक्षण में 42613 टन रवन्नाओं का दुरूपयोग पाया जाने पर 1 करोड़ 49 लाख की शास्ती आरोपित की गई एवं इसके समीप स्थित अन्य खनन पअ्टा 16/2004 में लगभग 1092 टन रवन्नाओं का दुरूपयोग पाया जाने पर रू. 4 लाख 02 लाख की शास्ती आरोपित की गई। राज्य सरकार द्वारा अधिकारियों को अवैध खनन गतिविधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
