
जयपुर.plantation campaign: राजस्थान सरकार ने वर्ष 2024-25 के मुख्यमंत्री वृक्षारोपण अभियान के तहत उल्लेखनीय उपलब्धि प्राप्त की है। वन राज्य मंत्री संजय शर्मा ने विधानसभा में जानकारी देते हुए बताया कि इस अभियान में निर्धारित लक्ष्य के मुकाबले 7.22 करोड़ पौधे रोपित किए गए हैं, जो कि 7 करोड़ के लक्ष्य से कहीं अधिक है।
विभिन्न विभागों और आमजन की सक्रिय भागीदारी
वन राज्य मंत्री ने बताया कि अभियान के तहत वन विभाग ने 80,000 हैक्टेयर वन भूमि पर 2.50 करोड़ पौधे रोपे, जबकि अन्य विभागों, गैर सरकारी संगठनों, और आम जन की सक्रिय भागीदारी से 4.72 करोड़ पौधे रोपे गए।
शाहपुरा विधानसभा क्षेत्र में वृक्षारोपण की सफलता
इसके अलावा, विधायक मनीष यादव के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि शाहपुरा, जयपुर विधानसभा क्षेत्र में वन विभाग द्वारा 45,037 पौधों का सफल रोपण किया गया। उन्होंने इस बारे में पंचायतवार विस्तृत विवरण भी सदन के पटल पर रखा।
मातृ वन योजना की शुरुआत
शर्मा ने यह भी बताया कि राज्य सरकार की 2024-25 की बजट घोषणा के तहत मातृ वन स्थापना योजना शुरू की गई है। इस योजना के तहत हर जिले में कम से कम एक मातृ वन की स्थापना की गई है, जिसमें आम जनता की भी सहभागिता सुनिश्चित की गई है। उन्होंने इस योजना का विवरण भी सदन में रखा।
स्थानीय प्रजातियों को बढ़ावा देने की योजना
वन राज्य मंत्री ने यह भी बताया कि 2024-25 के बजट में एक जिला एक प्रजाति के आधार पर स्थानीय वनस्पतियों को बढ़ावा देने का प्रस्ताव किया गया है। इसके तहत प्रत्येक जिले के लिए एक मुख्य प्रजाति और साथ ही अन्य सहायक स्थानीय प्रजातियों का चयन किया गया है, जिन्हें विभागीय नर्सरियों में तैयार किया जा रहा है। उन्होंने जिलेवार चयनित प्रजातियों की सूची भी सदन में रखी।
वन मित्र योजना की सफलता
शर्मा ने यह भी बताया कि राज्य सरकार ने वृक्षारोपण के बाद पौधों की देखभाल और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वन मित्र योजना शुरू की है। इस योजना के तहत 3,406 स्थानीय व्यक्तियों और सेवानिवृत्त कर्मचारियों को वन मित्र के रूप में पंजीकृत किया गया है। इन वन मित्रों का योगदान स्वैच्छिक है और उन्हें इसके लिए कोई मानदेय नहीं दिया जाता।
समुचित पालन और जीवितता सुनिश्चित करने की दिशा में कदम
वन राज्य मंत्री ने कहा कि पौधों के समुचित पालन और उनकी जीवितता सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार लगातार कार्य कर रही है। विभाग द्वारा इस दिशा में कई कदम उठाए जा रहे हैं, ताकि रोपे गए पौधे अपनी पूरी क्षमता से बढ़ सकें और पर्यावरण में महत्वपूर्ण योगदान दे सकें। इस अभियान से न केवल प्रदेश के पर्यावरण में सुधार हो रहा है, बल्कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में भी हरित क्षेत्र का विस्तार हो रहा है, जिससे जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने में मदद मिल रही है।
