
जयपुर. Rajasthan Politics: कॉन्स्टिट्यूशन क्लब के उद्घाटन समारोह का विपक्ष द्वारा बहिष्कार किए जाने की घोषणा की गई है। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि क्लब का उद्घाटन पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय हो चुका था। अब इसे फिर से उद्घाटन के रूप में प्रस्तुत करना न केवल गलत, बल्कि एक परंपरा के रूप में स्थापित करना भी अनुचित है। जूली ने कहा कि जब उद्घाटन और शिलान्यास की पट्टी पहले से ही क्लब में लगी हुई है, तो इसे दोबारा से उद्घाटन करना हास्यास्पद है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि कांग्रेस के सभी विधायक इस गलत परंपरा का विरोध करेंगे और उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करेंगे।
गहलोत ने व्यक्त की चिंता
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी इस मुद्दे पर अपनी असहमति जताते हुए कहा कि क्लब का उद्घाटन पहले ही किया जा चुका था, और अब इसे फिर से उद्घाटन के नाम पर आयोजित करने का कोई तुक नहीं है। गहलोत ने सवाल उठाया कि क्यों एक परंपरा बनाई जा रही है, जिसमें हर बार उद्घाटन का बहाना किया जा रहा है, जबकि एक साल तक क्लब बंद रखा गया था। उन्होंने इसे एक अस्वस्थ परंपरा बताते हुए कहा कि यह स्थिति राज्य के लिए अच्छी नहीं है और इससे सरकार की छवि पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
डोटासरा का भी विरोध
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट के माध्यम से इस मुद्दे पर अपनी आपत्ति दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि यह रिवाज बिलकुल उचित नहीं है। डोटासरा ने यह भी उल्लेख किया कि उद्घाटन के निमंत्रण पत्र में मुख्यमंत्री के पद की प्रतिष्ठा का उल्लंघन किया गया है। उन्होंने यह दावा किया कि प्रोटोकॉल के अनुसार राज्यपाल के बाद मुख्यमंत्री का पद सर्वोच्च होता है, लेकिन निमंत्रण पत्र में इस संदर्भ में कुछ और ही संकेत दिए गए हैं, जो मुख्यमंत्री की गरिमा के विपरीत है।
