
जयपुर. Saugat –e–Modi kit : राजस्थान में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनकल्याणकारी नीतियों को आगे बढ़ाते हुए सौगात-ए-मोदी राशन किट योजना की शुरुआत की जा रही है। इस योजना के तहत जरूरतमंद मुस्लिम बहनों को विशेष राशन किट दी जाएगी, जिससे वे ईद का त्योहार बेफिक्र होकर मना सकें।
इस योजना की शुरुआत शुक्रवार से सांगानेर विधानसभा क्षेत्र से होगी, जो कि खुद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का निर्वाचन क्षेत्र है। भाजपा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष हामिद खान मेवाती ने बताया कि यह योजना पूरे राजस्थान में लागू की जाएगी और प्रदेश की सभी 200 विधानसभाओं में करीब 1,78,600 जरूरतमंद बहनों को यह राशन किट वितरित की जाएगी।
क्या है सौगात-ए-मोदी राशन किट?
इस योजना के तहत गरीब और जरूरतमंद परिवारों को एक विशेष राशन किट दी जाएगी, जिसमें त्योहार की आवश्यक वस्तुएं शामिल होंगी। किट में—
- आटा
- चावल
- दाल
- तेल
- सेवइयां
- खजूर
- सूखे मेवे
- चीनी
- कपड़े सहित अन्य आवश्यक वस्तुएं शामिल हैं।
इस पहल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी गरीब परिवार त्योहार के अवसर पर भोजन या आवश्यक सामग्री के अभाव में न रहे।
कैसे होगी जरूरतमंदों की पहचान?
- सौगात-ए-मोदी योजना को सुनिश्चित और पारदर्शी तरीके से लागू करने के लिए मस्जिद कमेटियों की सहायता ली जा रही है।
- प्रत्येक मस्जिद कमेटी 100 जरूरतमंद परिवारों की पहचान करेगी।
- चिन्हित किए गए परिवारों को स्थानीय स्तर पर राशन किट वितरित की जाएगी।
- इस व्यवस्था से यह सुनिश्चित होगा कि योजना का लाभ सही और जरूरतमंद लोगों तक पहुंचे।
- ईद से पहले यह योजना मुस्लिम समुदाय के लिए एक बड़ी राहत साबित होगी।
योजना पर क्या बोले भाजपा नेता?
इस योजना को लेकर भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हामिद खान मेवाती ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का हमेशा से यही लक्ष्य रहा है कि समाज के सबसे अंतिम व्यक्ति तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचे। भाजपा सरकार की नीति अंत्योदय रही है, यानी जो सबसे ज्यादा जरूरतमंद है, उसे पहले लाभ मिलना चाहिए।”
‘सौगात-ए-मोदी ” किट वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ शुक्रवार को मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा की विधानसभा क्षेत्र सांगानेर से किया जाएगा। इसमें जरूरतमंद मुस्लिम बहनों को राशन सामग्री का किट वितरित किया जाएगा। प्रदेश की सभी 200 विधानसभाओं में करीबन 1 लाख 786 जरूरतमंद बहनों को यह किट… pic.twitter.com/pMt2QueOw7
— BJP Rajasthan (@BJP4Rajasthan) March 27, 2025
उन्होंने आगे बताया कि हमारे समुदाय में भाजपा सरकार की योजनाओं को लेकर बहुत सकारात्मकता है। उज्ज्वला योजना के तहत रसोई गैस, प्रधानमंत्री आवास योजना और अब सौगात-ए-मोदी राशन किट जैसी योजनाएं इस बात का प्रमाण हैं कि भाजपा सरकार हर वर्ग के कल्याण के लिए कार्य कर रही है।”
क्या है इस योजना के पीछे सरकार की रणनीति?
- सामाजिक समरसता को बढ़ावा देना – भाजपा सरकार चाहती है कि हर वर्ग और समुदाय को साथ लेकर चला जाए।
- त्योहारों पर जरूरतमंदों को राहत – आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को ईद पर सहायता प्रदान कर सकारात्मक संदेश देना।
- सबका साथ, सबका विकास के विजन को मजबूत करना – यह योजना मोदी सरकार की विकास और समावेशिता की नीति को आगे बढ़ाती है।
- अल्पसंख्यक समुदाय में भाजपा की स्वीकार्यता बढ़ाना
- राजस्थान में अल्पसंख्यक वोट बैंक पर पकड़ मजबूत करने की रणनीति का हिस्सा।
- BJP सरकार की अन्य योजनाएं जो अल्पसंख्यकों को लाभ दे रही हैं
- प्रधानमंत्री आवास योजना – लाखों गरीबों को पक्के मकान दिए जा रहे हैं।
- उज्ज्वला योजना – आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन।
- अल्पसंख्यक छात्रों के लिए छात्रवृत्ति योजना – पढ़ाई में सहायता के लिए वित्तीय मदद।
- मदरसों के आधुनिकीकरण के लिए बजट आवंटन।
- मेवात बोर्ड के लिए अलग से फंड जारी किया गया।
समुदाय में खुशी का माहौल
सौगात-ए-मोदी योजना की घोषणा के बाद जरूरतमंद परिवारों में जबरदस्त उत्साह है। कई लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का आभार जताया है।
इस योजना के कारण गरीब मुस्लिम परिवारों को त्योहार बिना किसी आर्थिक दबाव के मनाने का अवसर मिलेगा। भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा इस योजना को ज्यादा से ज्यादा जरूरतमंदों तक पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।
क्या राजस्थान में यह योजना राजनीति बदल सकती है?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि—
- यह योजना अल्पसंख्यक समुदाय में बीजेपी की स्वीकार्यता बढ़ा सकती है।
- BJP का यह कदम विपक्षी दलों के मुस्लिम वोट बैंक को प्रभावित कर सकता है।
- गरीबों के लिए सीधी मदद पहुंचाने से सरकार की जनहितैषी छवि और मजबूत होगी।
कब और कैसे मिलेगी ‘सौगात-ए-मोदी राशन किट?
- शुरुआत: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के सांगानेर विधानसभा क्षेत्र से
- लाभार्थी: राजस्थान के 200 विधानसभा क्षेत्रों के 1,78,600 गरीब मुस्लिम परिवार
- वितरण प्रक्रिया: मस्जिद कमेटियों के माध्यम से जरूरतमंदों की पहचान और वितरण
- लक्ष्य: कोई भी गरीब परिवार ईद पर राशन की चिंता न करे!
