
the horrifying truth of dokey route: अमेरिका की ओर से अवैध प्रवासियों को वापस भेजे जाने के बाद पंजाब पुलिस ने इस नेटवर्क का पर्दाफाश करने में कामयाबी हासिल की है जो भारतीय नागरिकों को डंकी रूट से अमेरिका पहुंचाने के लिए भारी रकम वसूलते हैं। जांच में जो तथ्य सामने आया हैं वे न केवल चौंकाने वाले हैं बल्कि दिल दहला देने वाले भी है।
देश, विदेशी एजेंटों और करोड़ों के लेन-देन का है खेल
पंजाब पुलिस ने इस मामले को लेकर 19 एफआईआर दर्ज की है, और जांच में सामने आया है कि यह एक विशाल अंतर्राष्ट्रीय एजेंट नेटवर्क है, जो अवैध तरीके से लोगों को अमेरिका भेजता है। इन एजेंटों ने 40 से 50 लाख रुपए तक की रकम वसूल की है और कई बार प्रयासों के बावजूद इनका तरीका जोखिम से भरा हुआ है।
चौंकाने वाली है नर्क जैसे रास्ते की खतरनाक यात्रा
अवैध रतीके से अमेरिका जाने के लिए लोगों को नर्क जैसे रास्तों से गुजरना पड़ा है। यही नहीं ये रास्ते नर्क जैसे तो हैं ही साथ ही इसकी यात्रा भी बेहद खतरनाक है। सूरीनाम से हवाई यात्रा करने के बाद, गुयाना से नाव के माध्यम से ये यात्रा शुरू होती थी, और फिर पनामा के घने जंगलों से पैदल पार करने के बाद लोग मैक्सिको की सीमा तक पहुंचते थे। इन यात्राओं के दौरान उन्हें ट्रकों में छिपकर घंटों समय बिताना पड़ता था, और कई लोग तो दीवार फांदकर अमेरिका पहुंंचे थे।
एजेंटों का हुक्म: परिवार से पैसे की किश्तें लेना और यात्रा खतरनाक बनाना
इस खतरनाक रास्ते पर चलने के बाद भी एजेंटों ने लाखों रुपए की किश्तें परिवारों से वसूल करने में कोई कमी नहीं रखी। इसमें भी यात्रा में तब ही आगे बढऩे दिया गया जब परिवार की ओर से पूरे पैसे चुका दिए हों। ये रास्ता ना सिर्फ जोखिमपूर्ण था, बल्कि लोगों की जान को गंभीर खतरे में भी डाल रहा था।
जांच में सामने आया काला सच: दुनियाभर के एजेंटों का नेटवर्क
पंजाब पुलिस की ओर से मामले को लेकर की गई जांच में सामने आया कि एजेंटों का नेटवर्क दुनिया के विभिन्न देशों में फैला हुआ था, जैसे की चीन, गिनी, मिस्र, केन्या, थाईलैण्ड, स्पेन, दुबई, नीदरलैंड जो भारतीयों को अवैध तरीके से अमेरिकउा भेजने के लिए सक्रिय थे।
